75 प्रतिशत हो चुकी है गेहू की बुवाई,जलवायु अनुकूलित होने के चलते होंगा गेहू का अच्छा उत्पादन होने के आसार बताये गए है जिससे किसानो के बिच ख़ुशी के लहर चल रही है इस वर्ष में अभी 27-28 नवम्बरके दिन हो रही बारिश के चलते किसानो ने ने 15 दिन सिचाई बंद कर दी है इस बारिश के चलते इस वर्ष अनुमान लगाया जा रहा है की इस वर्ष गेहू उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होंगी बारिश के चलते ठण्ड काफी तेज हो गई है जो फसल की पाले की अवस्था के लिए अच्छा माना जाता है।
75 प्रतिशत हो चुकी है गेहू की बुवाई
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से जलवायु परिवर्तन का असर फसलों के उत्पादन परदेखा जा सकता है, जिससे गेहू ,चना ,सरसो, मक्का,सोयाबीन ,की फसल उत्पादन में काफी अंतर देखा जा सकता है । मध्यप्रदेश 75 प्रतिशत हो चुकी है गेहू की बुवाई,जलवायु अनुकूलित होने के चलते होंगा गेहू का अच्छा उत्पादन । इस सिलसिले में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में कृषि भवन में फसलों के संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था। इस दौरान बताया गया कि इस वर्ष गेहूं में करीब 75 क्षेत्र को जलवायु अनुकूलित किस्मों से करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसी किस्मों से उत्पादन में बानी रहेंगी । श्री तोमर जी ने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक निगरानी समिति बनाई जाएँगी।
75 प्रतिशत हो चुकी है गेहू की बुवाई,जलवायु अनुकूलित होने के चलते होंगा गेहू का अच्छा उत्पादन
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लाखो हेक्टेयर में हो चुकी है बुवाई
मध्य्प्रदेश में रबी की बुवाई के बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मिट्टी में नमी की औसत मात्रा अच्छी हो गई है और बुवाई लगभग हो ही चुकी है। रबी के सीजन में में औसत 666 .12 लाख हेक्टेयरपर भूमि में खेती होती है। वर्तमान समय तक करीब 244 .39 लाख हेक्टेयर भूमि की बुवाई हो चुकी है। आम तौर पर गेहूं में इस वर्ष करीब 65 प्रतिशत क्षेत्र को किस्मों से खेती करने का लक्ष्य है। ऐसी किस्मों से उत्पादन में समानता लाने में सहजता होगी।जिससे 75 प्रतिशत हो चुकी है गेहू की बुवाई,जलवायु अनुकूलित होने के चलते होंगा गेहू का अच्छा उत्पादन होगा।